National Fisheries Digital Platform (NFDP) : मत्स्य पालन क्षेत्र को बढ़ावा देने और डिजिटलीकरण के माध्यम से मछुआरों और इस उद्योग से जुड़े लोगों को लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय मत्स्य पालन डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म (NFDP) लॉन्च किया गया है। इस प्लेटफ़ॉर्म को CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) के माध्यम से पूरे देश में पहुँचाया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें। इस लेख में हम जानेंगे कि CSC NFDP प्रोजेक्ट रजिस्ट्रेशन कैसे करें और इसके क्या लाभ हैं।
NFDP प्रोजेक्ट का उद्देश्य:
NFDP का उद्देश्य मछुआरों और मत्स्य पालन उद्योग से जुड़े व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं, बाज़ार की जानकारी और वित्तीय सहायता से जोड़ना है। इस डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से मछुआरों को वित्त, बीमा, सब्सिडी और तकनीक से जुड़ी सहायता मिलेगी। इसके अलावा, यह परियोजना मत्स्य पालन क्षेत्र को डेटा संग्रह और प्रबंधन में भी मदद करेगी जिससे नीति निर्माण में आसानी होगी।
CSC के
माध्यम से NFDP पंजीकरण
कैसे करें:
CSC के माध्यम से NFDP पंजीकरण एक सरल प्रक्रिया है। मछुआरे CSC VLE (ग्राम स्तरीय उद्यमी) के माध्यम से अपने निकटतम CSC केंद्र पर जाकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
पंजीकरण प्रक्रिया इस प्रकार है:
- सीएससी केंद्र पर जाएँ - मछुआरों को अपने निकटतम सीएससी केंद्र पर जाना होगा।
- आवश्यक दस्तावेज जमा करें - आधार कार्ड, बैंक विवरण, मोबाइल नंबर और फोटो जैसी जानकारी जमा करनी होगी।
- फॉर्म भरें - एनएफडीपी के लिए निर्धारित ऑनलाइन फॉर्म सीएससी संचालक द्वारा भरा जाएगा।
- दस्तावेज अपलोड करें - फॉर्म के साथ आवश्यक दस्तावेज अपलोड किए जाएंगे।
- पंजीकरण शुल्क का भुगतान करें - यदि कोई पंजीकरण शुल्क लागू है, तो उसका भुगतान किया जाएगा।
- सफलता संदेश प्राप्त करें - पंजीकरण पूरा होने के बाद, मछुआरों को एसएमएस या ईमेल के माध्यम से सूचित किया जाएगा।
एनएफडीपी के लाभ:
- डिजिटल पहचान: मछुआरों को एक विशिष्ट डिजिटल आईडी मिलेगी, जो उनके व्यवसाय में सहायक होगी।
- वित्तीय सहायता: सरकारी योजनाओं के तहत सब्सिडी, बीमा और ऋण की जानकारी और आवेदन में सहायता।
- बाजार पहुंच: मछुआरों को उनकी उपज के लिए बेहतर बाजार और उचित मूल्य दिलाने में मदद करना।
- डेटा प्रबंधन: मत्स्य पालन क्षेत्र से संबंधित डेटा संग्रह, जो सरकार को नीति निर्माण में मदद करेगा।
- ऑनलाइन सेवाओं तक पहुंच: मछुआरों को प्रशिक्षण कार्यक्रम, वित्तीय योजनाओं और बीमा योजनाओं जैसी ऑनलाइन सेवाओं तक पहुंच प्राप्त होगी।